Corona durg and treatment breaking
Corona durg and treatment
दोस्तों
एक नई सुबह लेकिन कोई अच्छी है। खबर के साथ नहीं करोना और उससे जुड़ी कुछ पूरी खबरें कल मैंने बीबीसी यानी ब्रिटिश बोर्ड कास्टिंग कापरेशन के न्यूज सुनी जिसमें बताया गया कि करोना के बारे में अभी तक कोई स्ट्रिक्ट वैज्ञानिक सूचना नहीं है ।यह सही भी लगता है ।दुनिया के वैज्ञानिक और डॉक्टर करोना के व्यवहार को समझ नहीं पा रहे हैं ।करोना तेजी से पैर पसार रहा है।
एक रिपोर्ट में बताया था चाइना में एक स्टडी में यह पता लगाया group A Positive के लोगों पर इसका असर ज्यादा है। ज्यादातर लोग इसी ग्रुप के मरने वाले हैं ।साथ ही कई देशों ने कई दवाइयां करोना के मरीजों पर प्रयोग की, कोई ठीक हो गया और कोई नहीं हो पाया ।
जो लोग ठीक हो गए वह सच दवाई से ठीक है या अपने रोग प्रतिरोधक क्षमता से, मैंने अपने एक ब्लॉक में लिखा था कि वायरस का इलाज केवल रोग प्रतिरोधक क्षमता है ।यदि हमारा शरीर वायरस से लड़ेगा तो हम बीमारी से ठीक हो सकते हैं। यह जरूरी है कि मै रोगी की प्रतिरोध क्षमता बढ़ सके। जो लोग करोना से ठीक हुए हैं ।वह लोग शायद भाग्यशाली हैं और हमारे लिए भी बहुत जरूरी है। हमें उनके खून स्टडी करनी चाहिए, यदि कोई व्यक्ति बीमारी से ठीक होता है तो वह व्यक्ति उस बीमारी के खिलाफ अपने शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर लेता है। ऐसा होने से उनका खून हमारे लिए बहुत मूल्यवान है। हमें उनके खून विकसित पोटीन हारमोंस काम करना चाहिए ।जो उनके खून में मौजूद है यदि हम उनके खून को या proteins को रोगी के शरीर में ट्रांसफर कर दें। तो हो सकता है हम इस बीमारी से लड़ सकें। एंटीबायोटिक्स ,एंटी मलेरिया दवाइयां फेल हो रही है। हमने एचआईवी और anti-cancer भी परयोग कर ली ।हमने देखा की दवाइयां कुछ देर तो असर करती हैं। लेकिन वायरस उनके खिलाफ अपने आप को तैयार कर रहा है ।इसलिए अब हमें हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता तेयार करनी होगी ताकि हम इस बीमारी से लड़ सकें।
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